गाजियाबाद (शिखर समाचार) विजयनगर की पहचान जल्द ही एक नई सांस्कृतिक छवि के रूप में उभरेगी। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने इलाके के ऐतिहासिक भीमाबाई पार्क को संविधान स्मृति पार्क में तब्दील करने का संकल्प लिया है। इस संकल्प की बुनियाद प्राधिकरण सभागार में उस वक्त रखी गई जब प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अतुल वत्स एवं सदर विधायक माननीय संजीव शर्मा की उपस्थिति में विस्तृत प्रस्तुति रखी गई।
संविधान और संस्कृति की जीवंत झलक: विशेष पार्क में अनुच्छेदों से लेकर महापुरुषों तक का समावेश
इस विशेष पार्क में संविधान की झलकें सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं रहेंगी, बल्कि पाथवे गैलरी के रूप में संविधान के अनुच्छेद, मूल्य और निर्माता महापुरुषों की जीवनगाथाएं हर आम जन तक पहुँचेंगी। साहित्य प्रेमियों के लिए साहित्य वाटिका होगी, जहां राष्ट्र निर्माता विचारकों की प्रेरणादायी सूक्तियाँ और विचार स्थान पाएंगे।
बच्चों के लिए आधुनिक खेल उपकरणों से सुसज्जित मनोरंजन क्षेत्र और आयोजन योग्य खुले मंचीय स्थल भी इस योजना का अहम हिस्सा होंगे। पार्क के एक विशिष्ट स्थान पर भीमाबाई की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी, जो सामाजिक चेतना की एक सशक्त प्रतीक बनेगी।
विशेष पार्क परियोजना को गति देने के लिए जल्द आरएफपी जारी, ग्रैंड सिटी चौराहे का नया स्वरूप तैयार
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बैठक में यह भी तय हुआ कि परियोजना को शीघ्रता से जमीन पर उतारने के लिए प्राधिकरण जल्द ही आरएफपी (ईओआई) जारी करेगा, जिससे अनुभवी एजेंसी के जरिये पार्क का निर्माण सुनिश्चित हो सके। साथ ही, प्रतीक ग्रैंड सिटी चौराहे के सुंदरीकरण और यातायात दबाव को देखते हुए उसका नया डिजाइन भी तैयार कराने का निर्णय लिया गया।
उल्लेखनीय है कि सदर विधायक संजीव शर्मा द्वारा भीमाबाई पार्क व जंक्शन के पुनरुद्धार हेतु हाल ही में औपचारिक प्रस्ताव भेजा गया था, जिसे प्राधिकरण ने प्राथमिकता पर लेकर अमल की दिशा में तेज़ी दिखाई है। यह पार्क न केवल विजयनगर की भौगोलिक छवि बदलने वाला है, बल्कि हर आयु वर्ग के लिए ज्ञान, विरासत और विराम का एक साझा ठिकाना भी बनकर उभरेगा।