बिजनौर (शिखर समाचार) जिले की रचनात्मक ऊर्जा और सांस्कृतिक विरासत को एक मंच पर समेटे हुए जिला कृषि औद्योगिक एवं सांस्कृतिक प्रदर्शनी का रंगारंग आगाज़ शनिवार को इंदिरा बाल भवन परिसर से हुआ, जब प्रदेश सरकार में व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने दीप प्रज्वलन कर इस महापर्व का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शनी केवल देखने और घूमने का माध्यम नहीं, बल्कि स्थानीय प्रतिभाओं और उत्पादों को राष्ट्रीय पहचान दिलाने वाला सशक्त मंच है, जो जिले की आर्थिक, सांस्कृतिक और शैक्षिक गतिविधियों को एक नई दिशा देता है।
ज्ञान, रोजगार और नवाचार का संगम बना महाकुंभ: मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने किया जनता से सहभागिता का आह्वान
मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि यह आयोजन जनसामान्य के लिए ज्ञान, रोजगार और व्यापार का संगम है। उन्होंने कहा कि यहां आने वाले किसान जहां नई कृषि तकनीकों और आधुनिक उपकरणों से परिचित होते हैं, वहीं युवा वर्ग के लिए स्वरोजगार और स्टार्टअप्स की दिशा में अवसर खुलते हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शनी लोकसंस्कृति, शिल्प, उद्यमिता और नवाचार को एक सूत्र में पिरोती है, और सरकार की विभिन्न योजनाओं को सीधे जनता तक पहुंचाने का जीवंत माध्यम बनती है। उन्होंने जनमानस से आह्वान किया कि वे 45 दिन तक चलने वाले इस महाकुंभ का भरपूर लाभ उठाएं और जिले की पहचान को सशक्त बनाने में भागीदार बनें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र चौहान उर्फ बॉबी ने की, जबकि मंच संचालन विकास अग्रवाल द्वारा किया गया। उद्घाटन समारोह में जिले की राजनीति, प्रशासन और समाजसेवा से जुड़े कई गणमान्य चेहरे मंच पर उपस्थित रहे। वरिष्ठ भाजपा नेता हरजिंदर कौर, पूर्व विधायक डॉ. इंद्रदेव सिंह, सुभाष बाल्मीकि, राजीव सिसौदिया, विनय राणा और डॉ. बीरबल सिंह को विशेष रूप से मंच पर सम्मानित किया गया।
मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने महाकुंभ को बताया ज्ञान, रोजगार और नवाचार का केंद्र, 45 दिन तक चलेगा आयोजन
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इस अवसर पर नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष इंदिरा सिंह ने प्रदर्शनी को गंगा-जमुनी तहजीब का प्रतीक बताते हुए कहा कि यहां आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम न केवल मनोरंजन का माध्यम हैं बल्कि सामाजिक समरसता और राष्ट्रीय एकता के संदेशवाहक भी हैं। उन्होंने कहा कि यह आयोजन बिजनौर के सामूहिक चरित्र और रचनात्मकता की जीवंत मिसाल है, जो पीढ़ियों को जोड़ने का काम करता है।
शुभारंभ कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक अभिषेक झा, एसडीएम, पुलिस क्षेत्राधिकारी राकेश वशिष्ठ, अधिशासी अधिकारी विकास कुमार, जलकल के अवर अभियंता गौरव कुमार शर्मा, निर्माण विभाग के यशवंत सिंह, सफाई निरीक्षक गोविंद चौधरी सहित प्रशासनिक तंत्र के अधिकारी भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

प्रदर्शनी में कृषि, कुटीर उद्योग, हस्तशिल्प, उद्यमिता, रोजगार, मनोरंजन, विज्ञान और संस्कृति से जुड़े सैकड़ों स्टॉल और मंच लगाए गए हैं, जहां प्रतिदिन विभिन्न शैक्षिक, व्यावसायिक और सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। यह आयोजन अब केवल प्रदर्शनी नहीं, बल्कि जिले की पहचान को एक नई उड़ान देने वाली परिवर्तन की प्रयोगशाला बनकर सामने आया है।