गाजियाबाद (शिखर समाचार)। थाना लिंक रोड क्षेत्र में 24 जुलाई को दिनदहाड़े मानसी ज्वैलर्स में हथियार तानकर लूट करने वाले दो शातिर बदमाश आखिरकार पुलिस की गोली से घायल होकर गिरफ्त में आ गए। खुद को डिलीवरी एजेंट बताकर दुकान में दाखिल हुए कपिल और मनीष नामक इन लुटेरों को पुलिस ने एक मुठभेड़ के दौरान धर दबोचा। दोनों को पैर में गोली लगने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वारदात के बाद पुलिस पर हमला कर भागने की कोशिश में इनकी मोटरसाइकिल फिसली और वहीं से शुरू हुआ गोलियों का खेल।
वसुंधरा फ्लाईओवर पर मुठभेड़: फायरिंग के बाद दोनों बदमाश घायल
एसीपी साहिबाबाद श्वेता यादव ने बताया कि स्वाट टीम (कमिश्नरेट गाजियाबाद व ट्रांस हिंडन जोन) और थाना लिंक रोड पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के तहत यह खुलासा हुआ है। बीती रात वसुंधरा फ्लाईओवर के नीचे चेकिंग के दौरान पुलिस ने एक संदिग्ध मोटरसाइकिल को रोकने का प्रयास किया, जिस पर दो युवक सवार थे। पुलिस को देख उन्होंने भागने की कोशिश की, लेकिन फिसलकर गिर पड़े। खुद को घिरता देख दोनों ने अवैध तमंचों से अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में दोनों के पैर में गोली लगी और मौके पर ही दबोच लिए गए।
गिरफ्तार बदमाशों के पास से पुलिस ने दो देसी तमंचे, चार खोखा कारतूस, दो जिंदा कारतूस, करीब 50 हजार रुपये नकद, सोने-चांदी के लूटे गए जेवरात और फर्जी नंबर प्लेट लगी चोरी की स्प्लेंडर बाइक बरामद की है।
डिलीवरी बॉय बनकर ज्वैलरी शॉप में की लूट
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पुलिस पूछताछ में दोनों ने कुबूल किया कि वे पहले से ही लूट की साजिश रच चुके थे। अपने साथी अभिषेक से मंगाई गई फर्जी डिलीवरी बॉय की ड्रेस पहनकर वे ज्वैलरी शॉप में ऐसे दाखिल हुए जैसे ऑनलाइन ऑर्डर देने आए हों। दुकान में घुसते ही उन्होंने असलहे तान दिए और जेवरात व नकदी लूटकर फरार हो गए।
लूटा गया माल बाद में हरिद्वार और बिहार के समस्तीपुर में बेचा गया। पुलिस अब वहां संपर्क कर रही है। यही नहीं इन दोनों ने 2023 में दिल्ली के फर्श बाजार थाने के अंतर्गत भी इसी स्टाइल में लूट की वारदात को अंजाम दिया था। दोनों के खिलाफ दिल्ली-एनसीआर में लूट, हत्या, हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट और गैंगस्टर एक्ट जैसे गंभीर धाराओं में एक के बाद एक केस दर्ज हैं। फिलहाल पुलिस इनके अन्य साथियों की तलाश में छापेमारी कर रही है और लूट के बचे हुए माल व नेटवर्क की पड़ताल भी तेज़ कर दी गई है। घटना को जिस तरह से योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया, वह पुलिस के लिए भी एक चैलेंज बना, लेकिन मुठभेड़ में घायल होकर बदमाशों का गिरना पुलिस की बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।
