ग्रेटर नोएडा (शिखर समाचार)
हरियाली की छांव में छिपे अवैध निर्माणों की परतें शनिवार तड़के उखड़ गईं, जब ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीम ने पतवाड़ी गांव से सटे सेक्टर-2 और 3 की ग्रीन बेल्ट में ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए दो दर्जन से अधिक दुकानों को ध्वस्त कर डाला। करीब एक लाख वर्ग मीटर सरकारी जमीन को अतिक्रमण से आज़ाद कराकर प्राधिकरण ने न सिर्फ बुलडोजर की ताकत दिखाई, बल्कि उसी स्थल पर पौधारोपण कर साफ संदेश भी दे दिया कि हरित क्षेत्र में कब्जा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सुबह-सवेरे बड़ी कार्रवाई: नोएडा पुलिस ने अवैध कब्जों पर रखा कड़ा प्रहार
सुबह 6 बजे जब अधिकतर लोग अपने घरों में नींद के आगोश में थे, तब नोएडा पुलिस और प्राधिकरण की संयुक्त टीम आठ जेसीबी और उतने ही डंपरों के साथ ग्रीन बेल्ट की ओर रवाना हुई। खसरा संख्या 663, 668, 670, 725, 729, 730, 739, 740 और 741 की जमीन पर वर्षों से कब्जा कर बनाई गई अल्युमिनियम, मार्बल और ऑटो पार्ट्स की दुकानें देखते ही देखते जमींदोज कर दी गईं।
अधिकारियों की मानें तो पहले कई बार नोटिस जारी कर अवैध दुकानदारों को हटने का मौका दिया गया, लेकिन जब चेतावनियों का असर नहीं दिखा, तब सख्त कार्रवाई की गई। इस मुहिम का नेतृत्व कर रहे परियोजना महाप्रबंधक एके सिंह के साथ उद्यान और भूलेख विभाग की टीमें मौके पर मौजूद रहीं, वहीं सुरक्षा की कमान एडिशनल सीपी हृदेश कठेरिया, एसीपी वीर सिंह, दीक्षा सिंह, वर्णिका सिंह व स्थानीय थानों की पुलिस ने संभाली।
कब्ज़ा खत्म, हरियाली का पुनरुद्धार: तेजी से जारी पौधरोपण अभियान
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करीब चार घंटे तक चली इस कार्रवाई में एक-एक ढांचे को जड़ों से उखाड़ दिया गया। इसके साथ ही ध्वस्त ढांचों के मलबे को हटाने का काम भी शुरू हुआ और कुछ ही घंटों में उसी जमीन पर पौधरोपण की शुरुआत कर दी गई।
सीईओ एनजी रवि कुमार ने पूरी टीम को उनकी कार्यकुशलता के लिए बधाई देते हुए स्पष्ट कर दिया कि हरियाली पर हमला करने वाले किसी भी व्यक्ति या समूह को अब सख्त सजा मिलेगी।
अतिक्रमण पर कड़ी चेतावनी: ग्रीन बेल्ट का संरक्षण प्राथमिकता
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एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस ने दो टूक कहा कि ग्रीन बेल्ट में अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ ऐसी ही कठोर कार्रवाइयाँ लगातार जारी रहेंगी। उन्होंने यह भी अपील की कि लोग कोई भी संपत्ति खरीदने या किराए पर लेने से पहले प्राधिकरण से विधिक स्थिति की पुष्टि जरूर कर लें।
ओएसडी गुंजा सिंह ने जानकारी दी कि खाली कराई गई भूमि पर स्थानीय प्रजातियों के पौधे लगाए जा रहे हैं, जिससे न सिर्फ हरित क्षेत्र का पुनरुद्धार हो सके, बल्कि दोबारा कब्जे की कोई गुंजाइश भी न बचे।

इस सघन मुहिम में रामनयन सिंह (ओएसडी भूलेख), संजय कुमार जैन (डीजीएम उद्यान), चेतराम सिंह, राजेश कुमार निम, पीपी मिश्र, बुद्ध विलास, प्रशांत समाधिया और मिथिलेश कुमार सहित प्राधिकरण के तमाम अधिकारी मौजूद रहे।