सरूरपुर खुर्द/मेरठ (शिखर समाचार)।
सावन के पावन अवसर पर जब शिवभक्त अपने कंधों पर गंगाजल की कांवड़ लेकर हर-हर महादेव के जयघोष के साथ पग-पग पर आस्था की मिसाल गढ़ते हैं, ऐसे में उनका स्वागत और सेवा करने को भारतीय मतदाता संघ ने नहर पटरी पर सरूरपुर खुर्द में भव्य शिविर की स्थापना की है। यह शिविर कोई सामान्य व्यवस्था नहीं, बल्कि श्रद्धा, समर्पण और सत्कार का जीवंत उदाहरण है।
पांचवां वर्ष, अटूट सेवा: कांवड़ शिविर में श्रद्धालुओं का सम्मान और आराम
यह पाँचवां वर्ष है जब भारतीय मतदाता संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित आदेश फौजी के सौजन्य से यह शिविर लगाया गया है। शिविर में कांवड़ियों के लिए शुद्ध जलपान, भरपेट भोजन, नहाने-धोने व विश्राम की व्यवस्थाएं इस तरह से की गई हैं कि हर यात्री को घर जैसा सुकून महसूस हो रहा है। शिविर में विशेष रूप से 31 लीटर या उससे अधिक जल लेकर चलने वाले तथा आकर्षक कांवड़ लाने वाले श्रद्धालुओं को संगठन द्वारा मेडल पहनाकर और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जा रहा है।
संगठन के महासचिव प्रदीप शर्मा ने बताया कि जिस भूमि पर यह शिविर स्थापित किया गया है, अब हर वर्ष यहीं स्थायी शिविर लगाया जाएगा। भविष्य में शिविर की सुविधाओं को और अधिक विस्तार दिया जाएगा ताकि आने वाले शिवभक्तों को हर सुविधा एक ही स्थान पर मिले। उनका कहना है कि सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है और यह शिविर उसी भावना की परिणति है।
समर्पित स्वयंसेवकों की मेहनत से शिविर में सेवा और भक्ति का अद्भुत संगम
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शिविर में सेवा कार्य के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक दीपक, जिला कार्यवाहक संजय मास्टर, धीरज फौजी, योगेश गोस्वामी, सहंनसरपाल प्रजापति, सुमित बाल्मीकि, योगेश शर्मा, राकेश भारद्वाज, राकेश शर्मा, बिट्टू चौधरी, कन्हैया प्रजापति, सुरेश पूनिया, हरपाल पंडित, देवेंद्र शर्मा, अनुज कुमार और सतीश सूर्यवंशी जैसी समर्पित टीम दिन-रात सेवा में जुटी है।
शिविर स्थल पर सुबह से रात तक भक्ति और सेवा का संगम देखने को मिल रहा है। श्रद्धालु जहां शिव की उपासना में मग्न हैं, वहीं स्वयंसेवक तन-मन-धन से सेवा में रत हैं। हर आने वाला यात्री न केवल सुविधाओं से अभिभूत हो रहा है, बल्कि सेवा भाव को देखकर कृतज्ञता से नतमस्तक भी हो रहा है।

यह शिविर केवल एक सेवा केन्द्र नहीं, बल्कि भावनाओं का वह केंद्र बन गया है, जहां हर शिवभक्त को अपनापन और सम्मान दोनों मिल रहे हैं।