मेरठ (शिखर समाचार)
श्रावण शिवरात्रि के महापर्व से एक दिन पहले मेरठ प्रशासन पूरी तरह सक्रिय हो गया है। जिले के प्रसिद्ध बाबा औघड़नाथ मंदिर में मंगलवार को मंडलायुक्त ह्रषिकेश भास्कर यशोद और पुलिस उपमहानिरीक्षक कलानिधि नैथानी ने पहुंचकर व्यवस्थाओं का गहराई से जायजा लिया। मंदिर परिसर, कांवड़ नियंत्रण कक्ष और मेला क्षेत्र का भ्रमण करते हुए दोनों अधिकारियों ने हर व्यवस्था को बारीकी से देखा और मौके पर ही संबंधित पुलिस बल को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
सुरक्षा में कोई चूक नहीं: अनुशासन, निगरानी और सतर्कता से सजेगा कांवड़ यात्रा का मार्ग
निरीक्षण के दौरान दोनों अफसरों ने साफ कहा कि इस बार कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। श्रद्धालुओं की भीड़ को अनुशासित, सुरक्षित और सुविधाजनक दर्शन मिले, इसके लिए पूरी टीम को जोश और कर्तव्य भावना के साथ ड्यूटी निभाने के लिए प्रेरित किया गया।
मंदिर परिसर को हाई अलर्ट जोन में रखते हुए सुरक्षा की परतें कस दी गई हैं। ऊंचे वॉच टावर से निगरानी, एएस चेक टीम द्वारा वाहनों व डस्टबिन की जांच, एलआईयू की सक्रियता, और सभी प्रमुख बैरियरों पर चाक-चौबंद फोर्स की तैनाती इन सबके माध्यम से हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।
श्रद्धालुओं के लिए सुगम दर्शन व्यवस्था: ‘जितनी भीड़, उतनी लेन’ नीति पर कड़ी नजर
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श्रद्धालुओं के सुरक्षित और सुगम दर्शन को लेकर एक खास रणनीति अपनाई गई है। ड्यूटी में लगे पुलिसकर्मी लगातार सीटी बजाकर श्रद्धालुओं की आवाजाही सुचारु बनाए रखें, इसके निर्देश दिए गए हैं। साथ ही जितनी भीड़, उतनी लेन इस नीति पर अमल करते हुए सभी को अपने निर्धारित लेन में रहकर जलाभिषेक करने को कहा गया है।
मंदिर के प्रवेश और निकास द्वारों पर जलाभिषेक की व्यवस्था को इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि श्रद्धालुओं को कहीं भी रुकावट या अव्यवस्था का सामना न करना पड़े। ट्रैफिक व्यवस्था को भी चुस्त-दुरुस्त करते हुए यह सुनिश्चित किया गया है कि कोई भी अनावश्यक वाहन मेला क्षेत्र या मंदिर के पास न पहुंचे, इसके लिए वाहनों को केवल निर्धारित पार्किंग स्थलों पर रोका जा रहा है।
सुरक्षा में सटीकता और संवेदनशीलता: मंदिर परिसर में हाईटेक निगरानी और सतर्क बलों की तैनाती
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मंदिर परिसर और गर्भगृह में तैनात पुलिसकर्मियों का चयन भी बेहद सोच-समझकर किया गया है व्यवहार कुशल, मृदुभाषी और सतर्क महिला एवं पुरुष कर्मियों को ड्यूटी पर लगाया गया है। उनकी शिफ्ट नियमित रूप से बदली जा रही है ताकि सतर्कता बनी रहे।
पूरे क्षेत्र में आईपी और सीसीटीवी कैमरों का जाल बिछाकर नियंत्रण कक्ष से पल-पल की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। संवेदनशील और अति संवेदनशील स्थानों पर विशेष बैरियर, एन्टी रोमियो स्क्वाड, गुंडा दमन दल और एक्सेस कंट्रोल प्रणाली को मजबूत किया गया है। जेबकतरे, स्नैचर और असामाजिक तत्वों पर शिकंजा कसने के लिए टीमें लगातार सक्रिय हैं।

भीड़ नियंत्रण के लिए होल्डिंग एरिया बनाकर लोगों की भीड़ को चरणबद्ध रूप से मंदिर में प्रवेश कराया जाएगा। श्रद्धालुओं की सुविधाओं को प्राथमिकता में रखते हुए यातायात के सभी प्रमुख मार्गों पर सुदृढ़ प्रबंधन सुनिश्चित किया गया है।