Ghaziabad में Helicopter से कांवड़ियों पर हुई पुष्प वर्षा, शहीद स्थल पर भी बरसाए गए फुल

Rashtriya Shikhar
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Flower Shower on Kanwariyas from Helicopter in Ghaziabad IMAGE CREDIT TO INFORMATION DEPARTMENT GZB

गाजियाबाद (शिखर समाचार)
श्रावण मास की शिवभक्ति इस बार आसमान की ऊँचाइयों से बरसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप गाजियाबाद प्रशासन ने कांवड़ यात्रा को एक नया अध्याय देते हुए शिवभक्तों का हृदयस्पर्शी स्वागत किया। सोमवार को जिलाधिकारी दीपक मीणा और एडिशनल सीपी आलोक प्रियदर्शी ने हेलीकॉप्टर के माध्यम से हजारों कांवड़ियों पर पुष्पवर्षा कर भक्तिभाव को नमन किया।

हर-हर महादेव की गूंज के बीच आकाश से बरसी श्रद्धा: पुष्पवर्षा ने सावन यात्रा को बनाया दिव्य और अविस्मरणीय

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यह अलौकिक पुष्पवर्षा दूधेश्वरनाथ मंदिर, मेरठ तिराहा, राजनगर एक्सटेंशन, मननधाम मंदिर, दुहाई कट, मुरादनगर गंगनहर घाट और गंगनहर पटरी जैसे मुख्य कांवड़ मार्गों पर की गई, जहां विशाल संख्या में शिवभक्त जयघोष करते हुए आगे बढ़ रहे थे। जब आकाश से फूल बरसने लगे, तो कई श्रद्धालु ठिठककर ऊपर निहारते रह गए मानो स्वयं महादेव का आशीर्वाद उन पर उतर आया हो।

पूरे मार्ग पर हर-हर महादेव की गूंज, फूलों की वर्षा और भक्तों की आस्था ने ऐसा दृश्य रचा, जिसमें आकाश भी भक्तिभाव में रंगा दिखा। पुष्पवर्षा से अभिभूत कांवड़ियों के चेहरों पर उमंग और श्रद्धा की जो झलक दिखी, उसने सावन की इस यात्रा को अविस्मरणीय बना दिया।

धरती से आकाश तक गूंजी शिवभक्ति: सेवा और समर्पण से गूंज उठा गाजियाबाद, बना कांवड़ यात्रा का जीवंत चित्र

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प्रशासन ने इस भव्य आयोजन को सिर्फ एक औपचारिकता न मानते हुए, इसे एक समर्पण भाव से संपन्न किया। हेलीकॉप्टर से की गई पुष्पवर्षा प्रशासन और श्रद्धालु जनता के बीच की दूरी को नहीं, बल्कि जुड़ाव को दर्शाने वाली रही। कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण, व्यवस्थित और श्रद्धा से ओतप्रोत बनाए रखने के लिए सुरक्षा, चिकित्सा, पेयजल और साफ-सफाई के पुख्ता इंतज़ाम किए गए हैं।

गाजियाबाद इस बार केवल कांवड़ मार्ग नहीं बना, बल्कि यह शिवभक्ति का ऐसा जीवंत चित्र बन गया, जिसमें धरती और आकाश दोनों ने मिलकर श्रद्धा का स्वागत किया। मुख्यमंत्री की भावनाओं को ज़मीन पर उतारते हुए प्रशासन ने यह दिखा दिया कि जब सेवा में भक्ति जुड़ती है, तो व्यवस्था भी महापर्व बन जाती है।

इस अलौकिक आयोजन ने न केवल श्रद्धालुओं को

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