मुरादनगर (शिखर समाचार)।
स्थानीय बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा में शनिवार को 118वां स्थापना दिवस उल्लास और आत्मगौरव के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की अगुवाई शाखा प्रबंधक सपना बालोतिया ने की, जिन्होंने बैंक के ऐतिहासिक सफर और सेवाओं की विस्तृत जानकारी साझा की।
उन्होंने बताया कि बैंक की नींव 20 जुलाई 1908 को बड़ौदा के महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ तृतीय ने रखी थी। तब से लेकर आज तक बैंक ने लगातार विकास की सीढ़ियां चढ़ते हुए देश और विदेशों में अपनी मजबूत पहचान बनाई है। आज बैंक की 9,000 से अधिक शाखाएं भारत में और 172 शाखाएं विदेशों में संचालित हैं।
बड़ौदा बैंक: 115 वर्षों से सेवा और प्रगति की मिसाल
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बालोतिया ने यह भी कहा कि बैंक केवल वित्तीय लेन-देन तक सीमित नहीं, बल्कि यह ग्राहकों को तेज, पारदर्शी और तकनीकी रूप से उन्नत सेवा अनुभव देने की दिशा में लगातार प्रयासरत है। ग्रामीण क्षेत्रों को भी इस सुविधा से जोड़ने के लिए बैंक से जुड़े तीन प्रमुख क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक अहम भूमिका निभा रहे हैं।
कार्यक्रम के दौरान मौजूद वरिष्ठ नागरिक सुशील गोयल ने बैंक द्वारा लिए जा रहे फोलियो चार्ज और इंस्पेक्शन शुल्क पर आपत्ति दर्ज कराई। उनका कहना था कि अन्य बैंक इस तरह के शुल्क नहीं वसूलते। इस पर शाखा प्रबंधक ने आश्वासन दिया कि उनकी शिकायत उच्च स्तर तक पहुंचाई जाएगी। समारोह में स्थानीय नागरिकों की अच्छी भागीदारी रही। कार्यक्रम में राकेश मोहन गोयल, बाबूराम यादव, डॉ. अनुज यादव, परवेज चौधरी, योगेश सिंघल, सुशील बंसल, राजकुमार गोयल, शुभम गुप्ता सहित कई गणमान्य लोग शामिल हुए। शाखा परिसर में सादगीपूर्ण आयोजन के बीच बैंक ने अपने सेवा मूल्यों और सामाजिक उत्तरदायित्व के प्रति फिर से प्रतिबद्धता जताई।