गुरु पूर्णिमा पर श्रद्धा का महापर्व : Brajghat में आस्था की बयार, Ganga तट पर उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

राष्ट्रीय शिखर
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A great festival of devotion on Guru Purnima: Brajghat

गढ़मुक्तेश्वर/हापुड़ (शिखर समाचार)। गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर तीर्थराज ब्रजघाट ने एक बार फिर आस्था की अनुपम छवि को जीवंत कर दिया, जहां आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य लाभ प्राप्त किया। बुधवार रात से ही श्रद्धालुओं का ब्रजघाट पहुंचना शुरू हो गया था, जिससे गुरुवार भोर होते-होते पूरा क्षेत्र श्रद्धा के रंग में रंग गया। धर्मशालाएं, आश्रम और घाट परिसर श्रद्धालु समूहों से गुलजार हो गए।

मार्गदर्शक बने गुरुओं के चरणों में नमन कर आशीर्वाद प्राप्त किया

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सूर्योदय से पूर्व ही गंगा तट पर लंबी कतारें लग गईं। श्रद्धालुओं ने गंगा जल में आचमन कर अपने पितरों व गुरुओं को स्मरण करते हुए आस्था की डुबकी लगाई। बहुतों ने अपने जीवन में मार्गदर्शक बने गुरुओं के चरणों में नमन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। साधु-संतों को यथायोग्य भेंट स्वरूप फल, मिष्ठान और वस्त्र अर्पित किए गए।

ब्रजघाट के ऐतिहासिक नक्का कुआं महादेव मंदिर समेत तमाम प्रमुख मंदिरों में पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें दिन भर बनी रहीं। क्षेत्रीय विधायक हरेन्द्र तेवतिया भी इस अवसर पर ब्रजघाट पहुंचे और उन्होंने साधु-संतों से आशीर्वाद प्राप्त कर मंदिरों में दर्शन किए। उन्होंने श्रद्धालुओं को मिठाई और फल वितरित कर पर्व की मंगलकामनाएं दीं।

हर मोर्चे पर अधिकारी व कर्मचारी सतर्क नजर आए

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पुलिस-प्रशासन ने भी व्यवस्था को लेकर चाक-चौबंद प्रबंध किए थे। हर मोर्चे पर अधिकारी व कर्मचारी सतर्क नजर आए। जगह-जगह बैरिकेडिंग, एनाउंसमेंट और सुरक्षा कर्मियों की मौजूदगी ने श्रद्धालुओं को सहज वातावरण प्रदान किया। नगर पंचायत और स्वास्थ्य विभाग ने भी साफ-सफाई व प्राथमिक चिकित्सा जैसी व्यवस्थाओं को तत्परता से निभाया।

गुरु पूर्णिमा के इस पुनीत पर्व पर ब्रजघाट की गंगा और उसकी पावन लहरों ने जैसे हर श्रद्धालु को आध्यात्मिक शांति का अहसास कराया, वहीं गुरु के महत्व की स्मृति में यह दिन भक्ति, सेवा और समर्पण का अनुपम संगम बन गया।

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