गाजियाबाद (शिखर समाचार)
कांवड़ यात्रा जैसे विराट धार्मिक आयोजन को न सिर्फ सफल, बल्कि स्मरणीय बनाने के उद्देश्य से गाजियाबाद Municipal Corporation एक बार फिर कमर कस चुका है। 14वें वर्ष में प्रवेश कर रहा यह कावड़ शिविर इस बार सिर्फ सेवा का नहीं, बल्कि स्वच्छता, सतर्कता और सत्कार का आदर्श बनेगा। साइ उपवन में छह दिवसीय शिविर के लिए नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने निगम अधिकारियों और समिति सदस्यों के साथ निरीक्षण किया और हर स्तर पर व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने के निर्देश जारी किए।
इस वर्ष का शिविर विशेष होगा क्योंकि इसे ‘प्लास्टिक मुक्त’ और ‘जीरो वेस्ट मॉडल’ के रूप में संचालित किया जाएगा
नगर आयुक्त ने साफ कर दिया है कि श्रद्धालुओं की सेवा के साथ पर्यावरण का ध्यान रखना भी उतना ही जरूरी है। Municipal Corporation की योजना के अनुसार, करीब एक लाख कांवड़ियों की प्रतिदिन आवक के मद्देनज़र उनके भोजन, विश्राम और स्वच्छता के प्रबंध अत्यंत सुनियोजित ढंग से किए जा रहे हैं। साइ मंदिर परिसर में लगभग 200 तख्त बिछाए जाएंगे, जिन पर कालीन, पंखे, कूलर और रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था रहेगी, ताकि यात्रा से थके हुए श्रद्धालु सुकून से विश्राम कर सकें।
नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने लिया तैयारियों का जायजा, शिविर को प्लास्टिक मुक्त और ज़ीरो वेस्ट बनाने के सख्त निर्देश
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स्नानघर, शौचालय और मोबाइल टॉयलेट की व्यवस्था के साथ-साथ 24 घंटे का लंगर (भंडारा) भी शिविर का केंद्र बिंदु होगा। सुरक्षा के लिहाज से फ्लेक्स युक्त लाइट पोल, CCTV कैमरों की निगरानी और अलग से कंट्रोल रूम बनाकर पूरे क्षेत्र को हाई अलर्ट मोड में रखा जाएगा। नगर आयुक्त ने मौके पर मौजूद टीम को स्पष्ट निर्देश दिए कि न तो गंदगी फैले और न कोई श्रद्धालु सुविधा से वंचित रहे।
इस संपूर्ण आयोजन को सफल बनाने में गाजियाबाद नगर निगम की महापौर सुनीता दयाल और नगर आयुक्त स्वयं अग्रिम पंक्ति में नजर आ रहे हैं। साइ मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी मयूर गिरधर, चोब सिंह, विनोद त्यागी और विशाल गौरव सहित कई सदस्य मौके पर मौजूद रहे। सभी ने आश्वस्त किया कि यह शिविर इस बार सिर्फ श्रद्धालुओं की सेवा का नहीं, बल्कि व्यवस्थाओं की एक मिसाल बनेगा।