गाजियाबाद (शिखर समाचार) बरसात से पहले नालों की सफाई को लेकर नगर निगम की तैयारियों की हकीकत जब सामने आई तो नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने अधिकारियों की बैठक में दो टूक शब्दों में साफ कर दिया कि अब लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। नगर निगम मुख्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक में जब 555 नालों की सफाई पर चर्चा हुई, तो एक-एक बिंदु की जानकारी ली गई। Municipal Commissioner ने साफ किया कि यदि नालों की सफाई तय समय में नहीं हुई तो जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होगी।
मोहन नगर क्षेत्र की सफाई व्यवस्था पर जब नाराजगी जाहिर हुई तो Municipal Commissioner
मोहन नगर क्षेत्र की सफाई व्यवस्था पर जब नाराजगी जाहिर हुई तो Municipal Commissioner ने वहां के नाला सफाई टेंडर को तत्काल निरस्त करने का आदेश दे दिया। साथ ही यह निर्देश भी दिया कि अब शेष बचे नालों की सफाई नगर निगम खुद करेगा। बैठक में नगर स्वास्थ्य अधिकारी, जलकल विभाग के महाप्रबंधक, निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता सहित सभी जोनल प्रभारी मौजूद थे। नगर स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा जब यह जानकारी दी गई कि कई स्थानों पर नालों पर अवैध निर्माण की वजह से सफाई कार्य बाधित हो रहा है, तो Municipal Commissioner ने स्पष्ट निर्देश दिए कि इन अवैध अतिक्रमणों को तत्काल हटाया जाए और कहीं भी कोई रुकावट न आने दी जाए।
अलग-अलग स्तर पर सफाई का कार्य जारी
बैठक में यह भी सामने आया कि 555 नालों में से 81 नालों की सफाई टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से कराई जा रही है, जबकि बाकी नालों की सफाई निगम अपने संसाधनों से कर रहा है। बड़ी नालों की संख्या 89, मध्यम श्रेणी के 257 और छोटे नालों की संख्या 209 है, जिन पर अलग-अलग स्तर पर सफाई का कार्य जारी है। नगर आयुक्त ने साफ कहा कि आगामी 10 दिनों तक सभी जोनों में विशेष अभियान चलाकर सफाई करवाई जाए और प्रतिदिन की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
Municipal Commissioner ने वाबाग की टीम को निर्देश दिए https://rashtriyashikhar.com/noida-police-and-agility-of-cyber-team/
सीवर की सफाई और जल निकासी की व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान देते हुए Municipal Commissioner ने वाबाग की टीम को निर्देश दिए कि अंदरूनी इलाकों में जहां भी सीवर संबंधी समस्या है, वहां तत्काल कार्रवाई करें। जलकल महाप्रबंधक को निर्देशित किया गया कि सीवर की समस्या के समाधान की गति में किसी भी स्तर पर कमी न आने पाए।

Municipal Commissioner ने अंत में यह भी कहा कि अब नालों की सफाई की निगरानी वरिष्ठ अधिकारी करेंगे और यदि दस दिन के भीतर निरीक्षण के दौरान किसी भी क्षेत्र से सफाई न होने की शिकायत मिली तो संबंधित अधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी और विभागीय कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने स्वास्थ्य, जलकल और निर्माण विभाग को परस्पर तालमेल से कार्य करने के निर्देश दिए और यह भी चेताया कि गाजियाबाद नगर निगम अब काम में ढिलाई कतई नहीं सहेगा।