मॉयल ने रचा उत्पादन का इतिहास, पहली तिमाही में हर मोर्चे पर दर्ज की बेमिसाल छलांग

राष्ट्रीय शिखर
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MOIL created production history

नई दिल्ली (शिखर समाचार)
खनन क्षेत्र में निरंतर नए प्रतिमान गढ़ रही सार्वजनिक उपक्रम मॉयल लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में अभूतपूर्व प्रदर्शन करते हुए उत्पादन और अन्वेषण दोनों ही मोर्चों पर अपनी अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धियाँ दर्ज की हैं। कंपनी ने इस तीन माह की अवधि में 5.02 लाख टन मैंगनीज अयस्क का उत्पादन कर अपनी स्थापना के बाद का सर्वोच्च तिमाही आंकड़ा छू लिया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि से 6.8 प्रतिशत अधिक है।

इतना ही नहीं जून 2025 का महीना भी मॉयल के लिए ऐतिहासिक रहा

इतना ही नहीं जून 2025 का महीना भी मॉयल के लिए ऐतिहासिक रहा। अकेले जून में 1.68 लाख टन का उत्पादन कर कंपनी ने एक नया मासिक रिकॉर्ड बनाया है, जो जून 2024 की तुलना में 2 प्रतिशत की बढ़त दर्शाता है। यह आंकड़े न सिर्फ मॉयल की उत्पादन क्षमता की मजबूती का प्रमाण हैं, बल्कि इसके सतत विकास के संकेतक भी हैं।

अन्वेषण कार्यों में भी मॉयल ने अपने ही रेकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुए 34,900 मीटर कोर ड्रिलिंग पूरी की है, जो अब तक किसी भी प्रथम तिमाही में दर्ज की गई सबसे बड़ी उपलब्धि है। यह प्रदर्शन बीते वर्ष की समान अवधि की तुलना में 16.2 प्रतिशत की बढ़त को दर्शाता है।

मॉयल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री अजित कुमार सक्सेना ने कहा कि अप्रैल से जून की तिमाही में कंपनी

इस उपलब्धि पर प्रसन्नता जताते हुए मॉयल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री अजित कुमार सक्सेना ने कहा कि अप्रैल से जून की तिमाही में कंपनी ने जिस गति और संकल्प के साथ लक्ष्य हासिल किए हैं, वह हमारी बुनियादी रणनीति की सफलता और टीम की प्रतिबद्धता का परिचायक है। मॉयल अब केवल खनिज उत्पादन तक सीमित नहीं, बल्कि भविष्य की जरूरतों को देखते हुए व्यापक अन्वेषण और नवाचार की दिशा में भी अग्रसर है।

खनन क्षेत्र में इस उल्लेखनीय प्रगति ने मॉयल को न सिर्फ एक उत्पादक इकाई के रूप में मजबूती दी है, बल्कि उसे देश की आर्थिक विकास यात्रा में एक कुशल और सक्रिय भागीदार भी बनाया है। आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कंपनी का यह योगदान उल्लेखनीय है, जो आने वाले समय में और भी ऊँचाइयों को छूने की संभावना लिए हुए है।

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