मेरठ रेंज में मिशन शक्ति व ज़ीरो फेटेलिटी डिस्ट्रिक्ट कार्यक्रम की व्यापक समीक्षा, महिला सुरक्षा व सड़क दुर्घटना नियंत्रण पर दिए सख्त निर्देश

Rashtriya Shikhar
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Extensive review of Mission Shakti and Zero Fatality District programs in the Meerut range; strict instructions issued on women’s safety and road accident control IMAGE CREDIT TO POLICE

मेरठ (शिखर समाचार) प्रदेशभर में महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान व सशक्तिकरण को मजबूत बनाने के उद्देश्य से संचालित मिशन शक्ति विशेष अभियान तथा सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को कम करने के लिए लागू जीरो फेटेलिटी डिस्ट्रिक्ट कार्यक्रम की प्रगति का विस्तृत मूल्यांकन आज मेरठ परिक्षेत्र कार्यालय में पुलिस उप महानिरीक्षक कलानिधि नैथानी ने किया। समीक्षा में क्षेत्राधिकारी सिविल लाइन अभिषेक तिवारी, क्षेत्राधिकारी कैण्ट नवीना शुक्ला, थाना सदर बाजार व नौचंदी के मिशन शक्ति केंद्र प्रभारी एवं क्रिटिकल कॉरिडोर प्रभारियों ने भाग लिया। समीक्षा के दौरान दोनों अभियानों में की गई कार्रवाई, रजिस्टरों की स्थिति, महिला सुरक्षा उपायों तथा सड़क दुर्घटना नियंत्रण रणनीतियों पर अधिकारी ने विस्तृत रूप से पड़ताल कर दिशा-निर्देश जारी किए।

मिशन शक्ति अभियान: थानों में काउंसलिंग, चेकिंग और जागरूकता कार्यक्रमों से महिलाओं की सुरक्षा सुदृढ़

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थाना सदर बाजार के मिशन शक्ति केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार अभियान अवधि में 28 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, जिनमें 15 मामलों में काउंसलिंग पूर्ण कराई गई। एंटी-रोमियो स्क्वॉड ने 248 स्थानों पर चेकिंग कर 537 व्यक्तियों की पड़ताल की। महिला बीट पर तैनात कर्मियों ने 13 बार भ्रमण कर 74 जागरूकता कार्यक्रम संचालित किए, जबकि प्राप्त प्रार्थना पत्रों में 11 मामलों में एफआईआर दर्ज की गई। वहीं थाना नौचंदी के मिशन शक्ति केंद्र पर 55 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, जिनमें 27 पर काउंसलिंग की गई। स्क्वॉड ने 83 स्थानों पर 314 व्यक्तियों की चेकिंग की, महिला कर्मियों द्वारा 20 बार बीट भ्रमण कर 120 जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए, तथा 13 प्रकरणों में एफआईआर की गई।

समीक्षा के दौरान दिए गए निर्देशों में पीआरवी पर आने वाली महिला संबंधी घटनाओं को मिशन शक्ति रजिस्टर में अनिवार्य रूप से दर्ज करने, महिला मामलों में तत्काल 3-3 दिन की तारीख देकर प्रारम्भिक काउंसलिंग शीघ्र पूरी करने, रोस्टर बनाकर एंटी-रोमियो स्क्वॉड को सुबह-शाम क्षेत्र में सक्रिय रखने, भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में नियमित चेकिंग कराने तथा महिला बीट कर्मियों को अपने-अपने क्षेत्रों में लगातार भ्रमण करने पर जोर दिया गया। साथ ही प्रत्येक अधिकारी कर्मचारी को महिला सुरक्षा के प्रति जवाबदेह बनाने और उनके प्रदर्शन का नियमित मूल्यांकन करने के निर्देश भी दिए गए। स्कूल, कॉलेज, बाजारों, सार्वजनिक परिवहन व संवेदनशील स्थानों पर एंटी-रोमियो स्क्वॉड और महिला पुलिस की प्रभावी गश्त को और मजबूत करने तथा मनचलों व शरारती तत्वों के विरुद्ध अधिकतम निरोधात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश भी शामिल रहे।

जीरो फेटेलिटी मिशन: क्रिटिकल कॉरिडोर और पुलिस टीमों से सड़क दुर्घटनाओं में मौतों को कम करना लक्ष्य

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जीरो फेटेलिटी डिस्ट्रिक्ट कार्यक्रम की समीक्षा में बताया गया कि जनपद मेरठ के 14 थाना क्षेत्रों में कुल 27 क्रिटिकल कॉरिडोर चिह्नित किए गए हैं और प्रत्येक कॉरिडोर पर एक उपनिरीक्षक व चार मुख्य आरक्षी/आरक्षियों की क्रिटिकल टीम नामित की गई है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मृत्युदर को नियंत्रित कर न्यूनतम स्तर तक लाना है। साथ ही उन थानों को क्रिटिकल पुलिस स्टेशन के रूप में चिह्नित करने के निर्देश दिए गए, जिन क्षेत्रों में सड़क दुर्घटनाओं से सर्वाधिक जनहानि दर्ज की गई है।

समीक्षा बैठक में डीआईजी ने दोनों कार्यक्रमों की प्रभावी मॉनिटरिंग, तत्पर कार्रवाई और स्पष्ट जवाबदेही तय करने पर विशेष बल देते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि महिला सुरक्षा और सड़क सुरक्षा दोनों ही प्राथमिकता वाले विषय हैं, जिन पर किसी भी स्तर पर लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी।

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